
शुक्रवार, 28 अक्तूबर, 2005 को प्रकाशित
साँप के गुज़र जाने के बाद लकीर पीटने की कहावत सुनी थी. लकीर मिटने के बाद साँप को ढूँढने जैसी कहावत अगर कभी गढ़ी गई तो उसकी मिसाल के तौर पर सिख विरोधी दंगों का ज़िक्र ज़रूर होगा. शशि सिंह, मुंबई
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