Monday, April 11, 2005
भारत-चीन की नई शुरुआत?
सोमवार, 11 अप्रैल, 2005 को प्रकाशित
चीन की सफलता से आज पूरी दुनिया चमत्कृत है. उसकी सफलता से चौंधियाया भारत भी अपनी कामयाबी के लिए मंथन में लगा है. मगर भारत को चीनी मॉडल की तरफ झुकने से पहले यह नहीं भूलना चाहिए कि वह चीन है और हम भारत. निरंकुश शासन के नेतृत्व में हासिल की गई उसकी चमक के पीछे एक खोखलापन है जो सोवियत संघ की तरह शासन के साथ कभी भी फीकी पड़ सकती है, मगर भारतीय भदेसपन ही भारत की ताकत है. शशि सिंह, मुम्बई
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