Friday, March 04, 2005
भारत में राज्यपाल की भूमिका
शुक्रवार, 04 मार्च, 2005 को प्रकाशित
राज्यों में राष्ट्रपति का प्रतिनिधि माना जाने वाला पद 'राज्यपाल' लोकतंत्र में आस्था रखने वालों के लिए ख़तरे की घंटी बन गया है. अब तक हम सिर्फ़ बाहर के देशों के बारे में सुना करते थे कि चुने हुए लोगों को सत्ता से महरूम रखा गया. वैसे अभी तक भारत में ऐसा तो मुमकिन नहीं हुआ है, मगर पिछले कुछ समय से कई राज्यपालों का जैसा मनमाना रवैया रहा है उसे देखकर डर ज़रूर लगता है. शशि सिंह, मुम्बई
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